100+ Short Stories in Hindi with Moral for Kids
Hindi short stories with moral for Kids 2023: जब कभी कहानियों का जिक्र होता है, तो बच्चों का जिक्र भी ज़रूर किया जाता है, क्योंकि कहानियाँ मुख्य रूप से बच्चों को ही सबसे ज़्यादा पसंद होती हैं। ये कहानियाँ ही वह माध्यम हैं जिससे बच्चों को नयी प्रेरणा मिलती है और साथ ही जीवन को सही तरीके से जीने का सिख मिलता है।
ये कहानियाँ भविष्य में एक बेहतर इंसान बनाने में मदद करती हैं। ये छोटे बड़े मोरल स्टोरीज हिंदी में प्रेरणादायक होते हैं और सभी बच्चों के लिए उपलब्ध होते हैं। इन कहानियों में हमेशा कुछ सीख मिलती है जो बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए हिंदी कहानियाँ सभी को हमेशा पसंद आती हैं, चाहे वे छोटे हों या बड़े।

इन बच्चों की कहानियों में भी आपको काफी भिन्नता देखने को मिलेगी। मेरा मतलब है कि इन कहानियों के लेखक बच्चों के लिए बहुत से अलग-अलग प्रकार की कहानियां लिखते हैं, जैसे राजा-रानी की कहानी, जानवरों की कहानी, भूतों की कहानी, पक्षियों की कहानी और इसी तरह कई और।लेकिन सभी कहानियों में कुछ न कुछ सीख अवस्य से दिया गया होता है।
अब बच्चों को शायद आप गाँव जाने का मौका कम ही मिलता होगा और वे अधिक समय अपने मोबाइल या कंप्यूटर में व्यतीत करते होंगे। ऐसे में उन्हें पहले के लोगों द्वारा अनुभव की गई कहानियों का अनुभव करने का मज़ा नहीं मिल पाता है। हमें यह दुख होता है कि आपको यह ख़ुशी से वंचित रहना पड़ रहा है। लेकिन हाँ, हमारी कोशिश होगी कि हम आपको भी उन सभी कहानियों का अनुभव दिला सकें।
इसलिए देरी न करते हुए चलिए उन सभी कहानियों का आनंद लें जो आपको ख़ुशी से भर देंगी।
Short Stories in Hindi for Kids (2023) | Moral Stories In Hindi
यदि आप भी अपने बच्चों को रोचक और अनोखी हिंदी कहानियों सुनाना चाहते हैं, तो आप इसी वेबसाइट से उन कहानियों को पढ़कर सुना सकते हैं। तो देर किए बिना, एक अच्छी कहानी सुनते हैं।
शेर और चूहे की कहानी: Short Hindi Story with Moral
एक बार एक शेर जंगल में सो रहा था। उसके आस-पास भीड़ थी और जंगल की सुनहरी धुंधली रौशनी में सब थहरा हुआ था। तभी एक चूहा उसके शरीर में उछल-कूद करने लगा अपने मनोरंजन के लिए। इससे शेर की नींद खराब हो गई और वह उठ गया। उसने चूहे को पकड़ने के लिए अपने ताकतवर पंजे से उसे धकेला।

चूहे ने डरकर विनती करते हुए कहा, “कृपया मुझे छोड़ दीजिए, मैं कभी भी आपके काम आऊंगा।”
शेर ने मजाक करते हुए कहा, “तुम जैसे छोटे जानवर मुझे कैसे मदद कर सकते हो?”
चूहे ने फिर विनती की, “मैं छोटा हो सकता हूं, लेकिन मैं जरूर आपकी मदद कर सकता हूं। कृपया मुझे छोड़ दीजिए।”
शेर ने चूहे को छोड़ दिया।
कुछ समय के बाद एक दिन, कुछ शिकारी जंगल में शिकार करने आये और उन्होंने अपने जाल में शेर को फंसा लिया. वहीँ उसे उन्होंने एक पेड़ से बांध भी दिया. ऐसे में परेशान शेर खुदको छुड़ाने का बहुत प्रयत्न किया लेकिन कुछ कर न सका. ऐसे में वो जोर से दहाड़ने लगा। उसने चीखा, लेकिन कोई नहीं आया उसकी मदद के लिए।
“उसी समय पास से एक चूहा गुजर रहा था और शेर की दहाड़ सुनकर उसे लगा कि शेर में कुछ गलती हुई है। चूहा शेर के पास जाकर उसके जाल को चीरते हुए उसे आजाद करवा दिया। शेर ने उसकी मदद के लिए धन्यवाद दिया और दोनों फिर साथ मिलकर जंगल में घूमने निकल पड़े।”
Moral Of The Story:-यह कहानी हमें उस सत्य की शिक्षा देती है कि जो कोई दूसरों के प्रति उदार मन से व्यवहार करता है, उसके कार्य का सफलता से भरपूर फल मिलता है।
Moral Hindi Stories
लालची शेर की कहानी
एक जंगल में लालची शेर रहता था, जो बहुत खाने की लालसा करता था। वह रोज जंगल में शिकार करता था, लेकिन उसे अधिक खाना चाहिए था। एक दिन, उसे एक मुर्गा दिखाई दिया जो अनुभवी था और शेर के आस-पास घूमता था। शेर उस मुर्गे को पकड़ने के लिए अपनी सारी शक्ति का इस्तेमाल करता हुआ उसे पकड़ने में सफल हो गया।

लेकिन उस मुर्गे की सीधी-सीधी बात शेर को समझ नहीं आयी क्योंकि उसने शेर से कहा था कि अगले दिन वह उसे एक जानवर के लिए बचाने में मदद करेगा। शेर उसे मुँह में आने वाले खाने के लिए बोलते हुए बस खुश हो गया।
अगले दिन, शेर फिर से जंगल में शिकार करने निकला। लेकिन यह उसके लिए कुछ और ही था। उसे एक जाल में फंसा दिया गया और वह अपने आप को आजाद नहीं कर सकता था। उस दिन से, शेर को यह दुख था कि उसने मुर्गे के बात को समझ नहीं पाया और अपनी लालसा के चलते उसे खो दिया।
Moral Of The Story:-इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि लालच से भरा मन व्यक्ति को अंततः हानि ही होती है। हमें अपनी हद को समझना चाहिए और समय पर रोक लगाना चाहिए, ताकि हमारी लालच से हमारी बुरी तबियत पर काबू रहे।
Hindi Stories For Kids
लोमड़ी और बकरी की कहानी
एक बार एक लोमड़ी रात को जंगल में घूम रही थी कि अचानक वह एक कुंए में जा गिरी। अब उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे। इसलिए उसने सुबह तक का इंतजार करने का फैसला किया।”
सुबह होते ही एक बकरी ने कुएं के पास से गुजरते हुए लोमड़ी को देखा और पूछा कि तुम कुएं में क्या कर रही हो?

तब बकरी ने कहा, ‘मैं यहाँ पानी पीने आई हूँ और ये पानी आजतक का सबसे स्वादिष्ट पानी है। आओ तुम भी पी कर देखो?’ बकरी ने बिना सोचे ही कुएँ में छलांग लगा दी।
थोड़ी देर पानी पीने के बाद बकरी ने बाहर जाने का सोचा तो देखा कि वहाँ फंस चुकी है। अब लोमड़ी ने कहा, ‘मैं तुम्हारे ऊपर चढ़ कर बाहर निकल जाऊंगी और किसी की मदद के लिए ले आऊंगी।’
बेचारी भोली बकरी ने लोमड़ी की चाल नहीं समझी और बिना सोचे समझे हाँ कर दी।
अब लोमड़ी बाहर निकलते ही बकरी को बोलने लगी, ‘अगर तुम इतनी समझदार होती तो कभी बिना समझे कुएँ में नहीं आती और ऐसे नहीं फंसती।’ और लोमड़ी ऐसा कहते हुए वहाँ से चली गई।
नैतिक शिक्षा: कोई भी निर्णय लेने से पहले सोचें। बिना सोचे समझे कोई फैसला ना लें।
Moral Of The Story: Look before you leap. Do not just blindly walk in to anything without thinking.
New Moral Stories In Hindi
भेड़िया और सारस की कहानी
एक बार एक भेड़िया जल्दबाज़ी में किसी जानवर को खाते हुए एक हड्डी फस जाती है। वह बहुत कोशिश करता है, पर फिर भी हड्डी निकल नहीं पाती। अचानक उसे एक सारस नजर आता है जिसकी लम्बी चोंच दिखाई देती है। उसे लगता है कि सारस उसकी मदद कर सकता है।
फिर उसने सारस के पास जाकर मदद के लिए उससे प्रार्थना की।उसने सारस से कहा की वो उसकी मदद करे बदले में उसे वो उसका इनाम देगा।

भेड़िये के मुँह में चोंच डालने से पहले सारस घबराया क्योंकि उसे नहीं पता था कि भेड़िये को उसकी मदद की जरूरत होगी या नहीं। लेकिन भेड़िये को इनाम देने के लालच में उसने अपनी चोंच डालकर उस हड्डी को निकाल दिया।
सारस ने तुरंत ही हड्डी उसके गले से निकाल दी। हड्डी निकलते ही भेड़िया भागने लगा, तभी सारस ने पूछा, ‘मेरा इनाम क्या है?’ तो भेड़िया ने उससे कहा, ‘क्या यह काफी नहीं है कि मैंने तुम्हारा सिर बिना काटे ही अपने मुँह से बाहर निकालने दिया, यही तुम्हारा इनाम है।
नैतिक शिक्षा: जिसको कोई आत्मसम्मान नहीं है उसकी सहायता करने के लिए किसी पुरस्कार की अपेक्षा ना करें। स्वार्थी लोगों के साथ रहने से आपको किसी प्रकार की मदद नहीं मिलेगी।
Moral Of The Story: Expect no reward for serving the one who has no honor. Staying in a company of selfish people will not do anyone any favor.
चींटी और कबूतर की कहानी
एक बार कड़कती गर्मियों में एक चींटी को बहुत प्यास लगी थी। वह पानी की तलाश में एक नदी के किनारे पहुंच गई। नदी में पानी पीने के लिए वह एक छोटी सी चट्टान पर चढ़ गई और वहां फिसल गई, फिर वह नदी में जा गिरी। पानी का वहाँ तेज बहाव उसे नदी में बहाने लगा।
पास ही में एक पेड़ पर कबूतर बैठा हुआ था। उसने चींटी को नदी में गिरते हुए देख लिया।

कबूतर ने जल्दी से एक पत्ता तोड़ा और नदी में चींटी के पास फेंक दिया और चींटी उसपर चढ़ गई। कुछ देर बाद चींटी किनारे लगी और वह पत्ते से उतर कर सूखी जमीन पर आ गई। उसने पेड़ की तरफ देख और कबूतर को धन्यवाद दिया।
शाम को उसी दिन एक शिकारी जाल लेके कबूतर को पकड़ने आया।
“कबूतर पेड़ पर आराम कर रहा था और उसे शिकारी की आने की जानकारी नहीं थी। चींटी ने शिकारी को देख लिया और जल्दी से उसके पास जाकर उसके पैर को जोर से काटा।”
चींटी के काटने पर शिकारी की चीख निकल गयी और कबूतर जाग गया और उड़ गया।
नैतिक शिक्षा: कर भला हो भला। अगर आप अच्छा करोगे तो आपके साथ भी अच्छा होगा।
Moral Of The Story: If you do good, good will come to you.
मुझे आशा है कि मेरे द्वारा लिखी गई “Short Stories in Hindi” लेख आपको पसंद आई होगी। इसके साथ ही, इससे आपको और आपके बच्चों को इसमें से काफी सीख भी मिली होगी। ऐसी सीख बच्चों को उनके जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती है। यह उन्हें सही गलत के बीच के अंतर से रूबरू कराता है।
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